August 9, 2025 12:58 pm

Author - भाषा सिंह

1971 में दिल्ली में जन्मी, शिक्षा लखनऊ में प्राप्त की। 1996 से पत्रकारिता में सक्रिय हैं।
'अमर उजाला', 'नवभारत टाइम्स', 'आउटलुक', 'नई दुनिया', 'नेशनल हेराल्ड', 'न्यूज़क्लिक' जैसे
प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में कार्य कर चुकी हैं। मैला ढोने जैसी अमानवीय प्रथा पर गहन काम किया है।
दलितों, अल्पसंख्यकों, लैंगिक मुद्दों और अन्य हाशिए के समुदायों पर लेखन के लिए जानी जाती हैं।
2005 में प्रभा दत्त संस्कृति फ़ेलोशिप से सम्मानित हुईं। 2007 में रामनाथ गोयनका पुरस्कार
(प्रिंट, हिंदी) से वर्ष की सर्वश्रेष्ठ पत्रकार के रूप में सम्मानित किया गया। इसके अलावा उन्हें
एनएफ़आई फ़ेलोशिप, पैनोस फ़ेलोशिप और परी फ़ेलोशिप भी प्राप्त हुई हैं।
दो पुस्तकों की लेखिका हैं – अनसीन (अदृश्य भारत) और शाहीन बाग: लोकतंत्र की नई करवट

दिल्ली में गरीब बेघर, सीएम आवास में रेनोवेशन

बेबाक भाषा के दो टूक कार्यक्रम में पत्रकार भाषा सिंह सवाल कर रही हैं कि अरविंद केजरीवाल को 'शीशमहल' पर घेरने वाली बीजेपी अब अपनी सीएम रेखा गुप्ता- जो गरीबों पर बुल्डोज़र...

बिहार में वोटबंदी? दो करोड़ वोटरों के नाम काटने की तैयारी

बिहार में विधानसभा चुनावों से ऐन पहले मतदाता सूचियों के संशोधन को लेकर उठा विवाद चरम पर है और निर्वाचन आयोग का रुख साफ बता रहा है कि वह किसके इशारे पर काम कर रहा है और...

कांवड़ यात्रा से पहले ‘धर्म पूछो, धमकाओ’ का खेल

बेबाक भाषा के दो टूक कार्यक्रम में पत्रकार भाषा सिंह ने पूछा कि क्यों कांवड यात्रा के रास्ते में नफरत बो रही है ब्रिगेड। सुप्रीम कोर्ट की अंतरिम रोक के बावजूद मुजफ्फरनगर...

ट्रंप और मस्क में फिर छिड़ी जंग, कौन करेगा किसका बेड़ा गर्क

अब जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति का Big and Beautiful बिल सीनेट में एक वोट से पास हो चुका है तो ट्रंप और मस्क में फिर छिड़ गई है जंग और लग रहा है कि दौनों में से कोई न कोई...

नमाज़ पढ़ने वाले मुस्लिम के पक्ष में क्यों उतरे मंदिर के पुजारी व पंचायत

उत्तर प्रदेश में बदायूं के एक गांव में मंदिर परिसर में एक पेड़ के नीचे नमाज़ पढ़ने वाले मुस्लिम व्यक्ति के पक्ष में क्यों उतर आए हैं उसी मंदिर के मुख्य पुजारी और गांव की...

बिहार में वोटबंदी, देश में पहली बार क्यों

चुनाव आयोग की प्रक्रिया पर विपक्षी दलों ने उठाया गंभीर सवाल बिहार में नोटबंदी के बाद अब वोटबंदी?चुनाव आयोग के हालिया आदेश के बाद बिहार में यही सवाल उठ रहा है। विपक्ष का...

RSS + भाजपा को क्यों है secular + socialist से इतनी दिक्कत

दरअसल संघ के डीएनए में ‘हिंदू राष्ट्र’ और ‘मनुस्मृति’ का एजेंडा शामिल है, जिसमें दलितों, वंचितों और महिलाओं के लिए बराबरी की कोई जगह नहीं है। यही वजह है कि संघ हमेशा...

गरीबों पर बुलडोज़र, कांवड़ पर करोड़ों

वजीरपुर में गरीबों को उजाड़ा गया, कांवड़ यात्रा पर करोड़ों खर्च हुए। पढ़िए कैसे दिल्ली में रेखा गुप्ता सरकार गरीबों को बेघर कर पूंजीपतियों को ज़मीन दे रही है।

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