“वोट चोर, गद्दी छोड़” नारे के साथ कांग्रेस और इंडिया गठबंधन का बड़ा आंदोलन
बिहार में चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर विपक्षी दलों का विरोध अब राष्ट्रीय स्वरूप ले चुका है। कांग्रेस और INDIA गठबंधन ने ऐलान किया है कि 14 अगस्त से देशभर में “वोट चोर, गद्दी छोड़” अभियान शुरू किया जाएगा। कांग्रेस का दावा है कि यह सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि 2024 के चुनावों में कथित वोट चोरी के मुद्दे को पूरे देश में उठाया जाएगा।
14 अगस्त से हर जिले में मशाल जुलूस
कांग्रेस ने घोषणा की है कि 14 अगस्त से रोजाना रात 8 बजे देश के हर जिले में मशाल और कैंडल मार्च निकाला जाएगा। इसका केंद्रीय नारा होगा – “वोट चोर, गद्दी छोड़”।
- 22 अगस्त से 7 सितंबर: पीसीसी यूनिट्स जन जागरूकता अभियान चलाएंगी, लोगों को SIR के खिलाफ लामबंद किया जाएगा।
- 15 सितंबर से 15 अक्टूबर: देशभर में 5 करोड़ हस्ताक्षर जुटाने का अभियान, जिसे “बीजेपी के लोकतंत्र-विनाश” के खिलाफ जनमत-संग्रह के रूप में पेश किया जाएगा।
राहुल गांधी का “एटम बम” और 40 सीटों के दस्तावेज
राहुल गांधी ने कर्नाटक के बेंगलुरु में एक लोकसभा सीट पर 1,02,250 वोट चोरी के सबूत सार्वजनिक कर सनसनी मचाई थी। अब कांग्रेस के पास ऐसे 40 सीटों के दस्तावेज होने का दावा किया जा रहा है। राहुल का कहना है कि इन सबूतों के जरिए वे साबित करेंगे कि 2024 में बड़े पैमाने पर धांधली हुई।
बिहार SIR में गड़बड़ियों के चौंकाने वाले मामले
- मृत घोषित मतदाता: रोहतास से दो महिलाएं, बच्चिया देवी और लालमुनी देवी, सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचीं, जिन्हें वोटर लिस्ट में “मृत” दिखाया गया था।
- उम्र में हेरफेर: मिंटा देवी का नाम 124 साल की उम्र के साथ दर्ज किया गया, जबकि उनकी वास्तविक उम्र करीब 32 साल है।
- दो-दो EPIC ID: मुजफ्फरपुर की मेयर निर्मला देवी के पास दो वोटर कार्ड पाए गए।
- बाहरी मतदाता: तेजस्वी यादव का आरोप है कि भाजपा नेता भीकुभाई पटना के वोटर बने हुए हैं, जबकि वे गुजरात से हैं।
सुप्रीम कोर्ट में बहस और आयोग पर सवाल
सुप्रीम कोर्ट में योगेन्द्र यादव ने दलील दी कि अगर नाम काटने के बाद अपील का समय नहीं मिलेगा तो यह मताधिकार का सीधा हनन है। अदालत ने माना कि आधार कार्ड नागरिकता का प्रमाण नहीं है, लेकिन यह भी साफ किया कि आयोग के दस्तावेज मांगने के तरीकों में गंभीर सवाल हैं।
विपक्ष की सड़कों से संसद तक लड़ाई
- संसद में विपक्षी सांसदों ने मिंटा देवी की तस्वीर वाली टी-शर्ट पहनकर प्रदर्शन किया।
- दिल्ली में इंडिया गठबंधन के 300 से अधिक सांसदों ने गिरफ्तारी दी।
- पोस्टर्स में SIR को “वोट बंदी” कहा गया और इसे लोकतंत्र पर हमला बताया गया।
तेजस्वी का नया आरोप
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि गुजरात के बड़ी संख्या में मतदाताओं को बिहार के वोटर लिस्ट में जोड़ा जा रहा है। उनका कहना है कि यह भाजपा की सुनियोजित साजिश है, जिसमें चुनाव आयोग भी शामिल है।
निष्कर्ष
बिहार का SIR विवाद अब राष्ट्रीय चुनावी विमर्श का केंद्र बन गया है। कांग्रेस और इंडिया गठबंधन इसे लोकतंत्र बनाम धांधली का मुद्दा बनाकर 2024 के बाद के राजनीतिक परिदृश्य को भी प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। अगर राहुल गांधी 40 सीटों के दस्तावेज सार्वजनिक करते हैं, तो आने वाले हफ्तों में राजनीतिक माहौल और गरमाने वाला है।