ट्रंप और मस्क की सियासी दुश्मनी अमेरिका से लेकर भारत तक हड़कंप मचा रही है
साल 2025 की शुरुआत में जो तस्वीर देखने को मिली थी—डोनाल्ड ट्रंप के शपथग्रहण समारोह में स्टेज पर थिरकते एलन मस्क—अब उससे ठीक उलट एक और तस्वीर वायरल हो रही है। अब ये दोनों “घनिष्ठ मित्र” एक-दूसरे के सार्वजनिक दुश्मन बन चुके हैं, और सोशल मीडिया से लेकर टेलीविज़न तक इस युद्ध की गूंज सुनाई दे रही है।
एक्स (X) पर मस्क का हमला
एलन मस्क, जिनके पास ट्विटर (अब X) का स्वामित्व है, उन्होंने ट्रंप पर तीखे हमले करते हुए एक के बाद एक 40 ट्वीट्स की झड़ी लगा दी। ट्रंप के पुराने सेक्स स्कैंडल्स से लेकर जेफ्री एपस्टीन के साथ उनके कथित संबंधों तक—मस्क ने हर मोर्चे पर ट्रंप को निशाने पर लिया। उन्होंने पूछा, “क्या अब अमेरिका में ऐसी नई राजनीतिक पार्टी बननी चाहिए जो असली में 80% मध्यम वर्ग का प्रतिनिधित्व करे?” ये सीधे-सीधे ट्रंप को चुनावी चुनौती देने का संकेत था।
ट्रंप की प्रतिक्रिया: सरकारी सब्सिडी खत्म करने की धमकी
ट्रंप ने एलन मस्क पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर वे सत्ता में आते हैं तो मस्क की सभी सरकारी सब्सिडी और कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर देंगे। उन्होंने पूछा, “बाइडन ने अभी तक ऐसा क्यों नहीं किया?” ट्रंप ने यह भी कहा कि मस्क ने उनके प्रशासन के साथ मिलकर कई फायदे उठाए हैं, और अब वे उन्हें ‘धोखा’ दे रहे हैं।
मस्क की चेतावनी: NASA को भी पड़ सकता है भारी नुकसान
इस पर मस्क ने सीधा जवाब दिया: “अगर मेरी सब्सिडी रद्द की जाती है, तो हम अपने ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट को बंद कर देंगे।” चौंकाने वाली बात ये है कि अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी NASA का कई मिशन SpaceX और Starlink पर निर्भर है। मस्क का यह जवाब सिर्फ ट्रंप ही नहीं, बल्कि अमेरिकी सरकार के लिए भी बड़ा अल्टीमेटम बन गया है।
भारत पर भी असर
इस भिड़ंत का असर भारत पर भी दिख रहा है। भारतीय मोदी समर्थक खुशी मना रहे हैं कि मस्क ने ट्रंप को “ठीक से जवाब” दिया, खासकर तब जब ट्रंप ने बार-बार दावा किया कि भारत-पाकिस्तान के बीच सीज़फायर उन्होंने कराया। भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि को इससे ठेस पहुंची है, और रूस तक ने ट्रंप के दावे को समर्थन दे डाला है।
जेफ्री एपस्टीन फाइल्स: अगला बड़ा धमाका?
मस्क ने ट्रंप पर एक और बड़ा हमला करते हुए उनके जेफ्री एपस्टीन से कथित रिश्तों की ओर इशारा किया है। एपस्टीन, जिस पर बच्चों के यौन शोषण के कई गंभीर आरोप थे, ट्रंप का पुराना मित्र रहा है। मस्क का कहना है कि “बड़े बम” गिराने का समय आ गया है—यानी, आने वाले दिनों में और खुलासे हो सकते हैं।
भारत में भाजपा के लिए सबक?
अमेरिका में हो रही यह भिड़ंत भारत के लिए भी एक बड़ा संकेत है। जिस तरह से ट्रंप और मस्क के बीच की दोस्ती निजी फायदे और कारोबार के कारण टूटी, वही भारतीय राजनीति में भी अक्सर देखने को मिलता है। क्या भारतीय राजनीति में भी कुछ ऐसे समीकरण बदलने वाले हैं?